खिडकी से देखा तो रस्ते पे कोई नही थाखिडकी से देखा तो रस्ते पे कोई नही थावाह वाहफिर रस्ते पे जाके देखा तो खिडकी मै कोई नही था
जब हम गलत होते हैं,
तो समझौता चाहते हैं
और दूसरे गलत होते हैं...तो
हम न्याय चाहते हैं।
भूल होना प्रकृति है,
मान लेना संस्कृति है,
और सुधार लेना प्रगति है।
सुप्रभात
Lockdown Jokes:
पहली बार मैं लॉकडाउन के कारण दिल्ली घूमने नहीं जा पाऊंगा...
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इससे पहले हर बार की वजह पैसे की कमी होती थी।
उम्र ने तलाशी ली, तो जेबों से लम्हे बरामद हुए..कुछ ग़म के, कुछ नम थे, कुछ टूटे, कुछ सही सलामत थे..
पहले लोग मौसम का मजा लेते थे..अब मौसम लोगो का मजा लेने लगा है...