सुबह सुबह फेरी वाला आवाज लगा रहा था
“चाकू छुरियां तेज करा लो,
चाकू छुरियां तेज करा लो
महिला – भइया अक्ल भी तेज करते हो क्या ?
फेरी वाला – हां बहन जी,
अक्ल हो तो ले आइये
मिर्ज़ा ग़ालिब:हमें तो अपनों ने लूटागैरो में कहाँ दम थाअपनी कश्ती वहां डूबीजहां पानी कम थाग़ालिब की पत्नी:तुम तो थे ही गधेतुम्हारे भेजे में कहाँ दम थावहां कश्ती लेकर गए ही क्योंजहाँ पानी कम था!!
Ramesh: आपके बेटे की शादी तो तय हो हुई थी, फिर टूट कैसे गई?
Ghanshyam: क्या बताएं, लड़का तो इंजिनियर है लेकिन उसने फेसबुक पर डाल दिया था, मैं भी चौकीदार।
Motu : Meri Patni ka kal Dehant ho gaya. Mai Lakh rona chaha, Par meri Aankhon se Aansu hi nahi nikli.
Patlu : Lo esme kya bari baat hai, Tumhe yeh kalpana karani chahiye thi ki wah avi avi wapas lot kar aane wali hai.