चिड़िया उड़ तोता उड़ मोदी उड़
खो गयी है मंजिले, मिट गए है सारे रस्ते,
सिर्फ गर्दिशे ही गर्दिशे, अब है मेरे वास्ते.
काश उसे चाहने का अरमान न होता,
मैं होश में रहते हुए अनजान न होता
न प्यार होता किसी पत्थर दिल से हमको,
या फिर कोई पत्थर दिल इंसान न होता.
एक शमशान में लिखा था
'मृत्यु अटल है'
एक कांग्रेसी को बड़ा गुस्सा आया
उसने नीचे लिख दिया
ये संघ की चाल है।
मृत्यु न अटल है न आडवाणी है
हमारी मृत्यु तो RAHUL GANDHI है।
😂😂😂
सभी से अनुरोध है
कि कृपया कोई अफवाह उड़ाने या फैलाने का कारक न बनें। सरकार ने गुस्से में आकर नेट भी बंद कर दिया तो चिड़ी उड़-तोता उड़ खेलने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
जनहित में जारी
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है ,
ए दोस्तों.....
लेकिन पूरी उसकी ही होती है जो तक़दीर लेकर आता है .