इस ज़माने से सब कुछ छुपाना पड़ता है
दिल जलता है चोंट लगती हैं और फिर भी
मुस्कुराना पड़ता है !!
बहुत खूबसूरत है तुम्हारी मुस्कुराहट
पर तुम मुस्कुराते कम हो
सोचता हूँ देखता ही रहू तुम्हे पर
तुम नज़र आते ही कम हो !!
सजने संवरने की तुम्हे क्या जरूरत है
क़यामत ढाने के लिए तो तुम्हारी
मुस्कुराहट ही काफी है !!
आप Smile नही करोंगी तो,
मेरी Smile बुरा मान जाएँगी.
न जाने कह गए क्या आप मुस्कुराने में,
है दिल को नाज़ कि जान आ गई फ़साने में !!
ईश्क की गहराईयो में खूब सूरत क्या है,
मैं हूं , तुम हो, और कुछ की जरूरत क्या है!