किसके नक़्शे-कदम पे है तू ए ज़िन्दगी,
वक़्त सी रफ़्तार भी नहीं,
ज़माने से तुझे प्यार भी नहीं।
नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब,
ज़िन्दगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले।