जिंदगी की हकीकत को बस हमने इतना ही जाना है,
दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है।
जिंदगी में क्यों भरोसा करते हो गैरों 😏
पर, जब चलना है अपने ही पैरों 👣 पर।
हमसे मत पूछिए ज़िन्दगी के बारे में,
अजनबी क्या जाने अजनबी के बारे में।
कभी मतलब के लिए तो कभी बस दिल्लगी के लिए,
हर कोई मोहब्बत ढूंढ रहा है यहां अपनी जिन्दगी के लिए..!
कभी ख़िरद कभी दीवानगी ने लूट लिया,
तरह तरह से हमें ज़िंदगी ने लूट लिया।
वो गुजारा पल न जाने अफसानों में क्या कह गया,
एक सपना तुझको पाने का सपना ही रह गया।