तुम छुपाते जरूर हो मुझसे पर तेरी आंखें बोल देती है
तुम्हारे दिल के सारे राज मेरे सामने खोल देती है !!
वो कहने लगी नकाब में भी पहचान लेते हो
हजारों के बीच मैंने मुस्करा के कहा तेरी
आँखों से ही शुरू हुआ था इश्क हज़ारों के बीच !!
कभी तो मेरी आंखें
पढ़ लिया करो
इनमे तुम्हारा
इश्क नजर आता है..!
जो सूरुर है तेरी आँखों में वो बात कहां मैखाने में,
बस तू मिल जाए तो फिर क्या रखा है ज़माने में।
एक नजर देख ले हमे जीने की इजाजत दे दे,
ए रुठने वाले… वो पहली सी मोहब्बत दे दे।
पैगाम लिया है कभी पैगाम दिया है,
आँखों ने मोहब्बत में बड़ा काम किया है।