क्या बताऊँ तुम्हे मेरा प्यार कैसा है
चाँद जैसा नही वो तो, चाँद उसके जैसा है ।।
मेरी दिल पर लिखी हर बात खास है
शायद पहले पहले प्यार का यही एहसास है ।।
कोन जाने इश्क में क्यों एक नजर ही कायनात होती है
अरे इश्क के शहर में तो ये साज़िश भी बड़े शान से होती है
मिलेंगे तुजसे बहोत जल्द हम
मुलाक़ात हमारी कुछ ख़ास होगी
घूमेंगे सपनो के बादलो पे
जहा सिर्फ खुशियों की बरसात
Girlfriend ऐसी हो जो बोले बस तुम मेरे हो जाओ,
कसम से रोज सुबह चाय बनाके पिलाया करूंगी!
के बड़े मुश्किल से मिले है ए वक़्त
इन्हें खोना नहीं चाहते अब जो तुम्हारे हो चुके हूं में
और किसी की होना नहीं चाहता