सनम के बिना जीना अधूरी सी लगती हैं,
ये जिन्दगी, जिन्दगी नही मजबूरी सी लगती हैं.
बाहों में तुझे भर लू ऐ सनम,
खेलू मैं तेरे जज्बातों से
आज नींद ना आये मेरे सनम को
कह दूँगी मैं रातों से.
दो बातें हो सकती है सनम तेरे इन्कार की,
दुनिया का डर है या कद्र नहीं मेरे प्यार की.
बिना आहत के इन आँखों से दिल में उतरते हो,वाह!!! सनम क्या लाजवाब इश्क़ करते हो.
बहुत खूबसूरत इस दुनिया के नजारे हो गये,जिस पल से ऐ सनम हम तुम्हारे हो गये.
दो बातें हो सकती है सनम तेरे इन्कार की,दुनिया का डर है या कद्र नहीं मेरे प्यार की.