काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो,
डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हूँ !
बहुत कोशिश की तुम्हें समझने की जाना,
इतना समझा तुम्हें कि हो गया अनजाना l
तेरी यादें तेरी बातें बस तेरे ही फसाने हैं,
हाँ कुबूल करते हैं कि हम तेरे दीवाने है।
दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।
मैं ज़ितना करता हूँ प्यार उनसे,वो उससे जादा प्यार करती है lवो माँ भी है ,हँस के सारे गम सहती है l