दर्द हमेशा अपने ही देते हैं,
वरना गैरों को क्या पता,
आपको तकलीफ किस बात से होती हैं!
कुछ तन्हाइयां वेबजह नही होती हैं,
कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करते हैं!
भूल सा गया हैं बो मुझे ,समज नहीं आ रहा की हम आम
हो गए उनके लिए या कोई खास बन गया है
प्यार करो तो सच्चा… वरना अकेले ही अच्छा !
आपको अपने खुद के अलावा और कुछ चैन नहीं दे सकता।