रौशनी तक पहुँचने के लिए
आपको अँधेरे से गुज़ारना ही पड़ता है…
हाथ में घडी कोई भी हो, लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए
एक दुआ मंगाते हैं हम अपने भगवान् से,
चाहते हैं आपकी ख़ुशी पुरे ईमान से,
सब हसरतें पूरी हो आपकी,
और आप मुस्कुराएँ दिलों जान से।
दुःख में इंसान ईश्वर को याद करता है लेकिन सुख में इंसान ईश्वर को भूल जाता है।
अगर सुख में भी इंसान ईश्वर के करीब रहे तो दुःख ही क्यों हो
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है