दूसरों के घर जाकर पंचायती वही करते हैं,
जिन्हे खुद के घर में कोई इज्जत नहीं मिलती है।
चलो ज़िन्दगी को जिंदादिली से जीने के लिए एक छोटा सा उसूल बनाते हैं,
रोज़ कुछ अच्छा याद रखते हैं, और कुछ बुरा भूल जाते हैं।
आकाश से ऊँचा कौन – पिता
धरती से बड़ा कौन – माता
कामयाबी उन्ही लोगों के कदम चूमती है, जो अपनें फ़ैसलों से दुनियाँ बदल कर रख देते हैं और नाकामयाबी उन लोगों का मुकद्दर बन कर रह जाती है जो लोग दुनियाँ के डर से अपनें फैसले बदल दिया करते हैं|
जिनका कद ऊँचा होता है
वो दूसरों से झुक कर ही बात करते हैं