जीवन जीने का मन नहीं करता,
सांस लेने का मन नहीं करता,
तुमसे धोखा खाने के बाद,
कुछ खाने का मन नहीं करता !!
DHOKHA MILA JAB PYAAR ME,
ZINDAGI ME UDASI CHHA GAYI,
SOCHA THA AAG LAGA DEGE ISS DUNIYA KO,
KAMBAKT TABHI DUSRI PASAND AA GAYI......
न कुर्बतों मेंसुकून हैन फासलों में करार हैना वस्ल में मज़ा हैन हिज़्र मेंवो सज़ा हैमैं कहूँ जान की आफततुम कहते हो कि प्यार है
पुराने शहरों के मंज़र निकलने लगते हैंज़मीं जहाँ भी खुले घर निकलने लगते हैं
मैं खोलता हूँ सदफ़ मोतियों के चक्कर मेंमगर यहाँ भी समन्दर निकलने लगते हैं
मैं चंद्रमुखीतू सूरजमुखीमैं तुझसे दुखीतू मुझसे दुखीएक काम कर दे बिल्डिंग से कूदकर मरजा तू भी सुखी मैं भी सुखी |