Kabhi udaas ho jayo
to btana tumhay
fir se apna dil denge
tumhe khelne k liye
निगाहें नाज करती है फलक के आशियाने से,खुदा भी रूठ जाता है किसी का दिल दुखाने से।
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,
अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं।
हालात से ख़ौफ़ खा रहा हूँशीशे के महल बना रहा हूँ
नींद सोती रहती है हमारे बिस्तर पे,और हम टहलते रहते हैं तेरी यादों में।