किसी ने मोहब्बत लिखी तो किसी ने करार लिखाहमने अपने हर एक शेर में बस तेरा इंतजार लिखा...
किसी ने मोहब्बत लिखी तो किसी ने करार
लिखाहमने अपने हर एक शेर में बस तेरा इंतजार लिखा...
उनके दीदार के लिए दिल तड़पता है;उनके इंतज़ार में दिल तरसता है;क्या कहें इस कमबख्त दिल को अब;अपना होकर भी जो किसी और के लिए धड़कता है।
जिस जिसका मैं हुआ नहीं
उसकी जिंदगी सवर गयी
मैं राह देखता रहा जाने किसकी
और इन्ही राहों पे ये जिंदगी गुजर गयी
मैं आप के बारे में सोच रहा था,
और मुझे आश्चर्य हुआ कि आप
कितनी देर तक मेरे ज़हन में थे
तब मुझे एहसास हुआ: जबसे आप
मुझे मिले, आपने कभी मेरा साथ नहीं छोड़ा!!
देखकर मेरी आँखें एक फकीर कहने लगा,
पलकें तुम्हारी नाज़ुक है,
खवाबों का वज़न कम कीजिये...!