ऐसी क्या कशिश है.....
तेरे दीदार में हर रात जागना पड़ता है ..
सुबह के इंतजार में..!!
मुझे तलाश हैं एक रूह की, जो मुझे दिल से प्यार करे
वरना इंसान तो पेसो से भी मिल जाया करते हैं |
देखकर मेरी आँखें एक फकीर कहने लगा,
पलकें तुम्हारी नाज़ुक है,
खवाबों का वज़न कम कीजिये...!
ना दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं
ना पास रहने से जुड़ जाते हैं
यह तो एहसास के पक्के धागे हैं
जो याद करने से और मजबूत हो जाते हैं
जब रात को आपकी याद आती हैसितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती हैखोजती है निग़ाहें उस चेहरे कोयाद में जिसकी सुबह हो जाती है !!!