दुनिया की भीड़ में
सबसे करीब जो है,
मेरे पापा मेरे खुदा
मेरी तकदीर वो है..
मुबारक हो पापा दिवस
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है
पापा मिले तो मिला प्यार,
मेरे पापा मेरा संसार,
खुदा से मेरी इतनी सी दुआ है इस बार
मेरे पापा को मिले खुशियाँ अपार
खुद की पर्वा किए बिना दिन रात अन्न उपजाता है, सलाम है इस धरती माँ के पुत्र को जिसके कारण हमारा जीवन मुस्काता है।
छत टपकती हैं, .. उसके कच्चे घर की……
फिर भी वो किसान करता हैं दुआ बारिश की..
क्रोध हवा का वह झोंका है
जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है
रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो उन्हें
तोड़ना मत क्योंकि पानी चाहे
कतना भी गंदा हो अगर
प्यास नहीं बुझा सकता
पर आग तो बुझा सकता है