इंसान हर घर में जन्म लेता है
लेकिन इंसानियत कहीं कहीं ही जन्म लेती है
इकरार में शब्दों की एहमियत नही होती,दिल के जज़बात की आवाज़ नही होती,आँखें बयान कर देती हैं दिल की दास्तान,मोहब्बत लफज़ो की मोहताज़ नही होती!
मुकेश अम्बानी ने पार्टी रखी..सबको एक हॉल में बिठाया गयातभी एक घोषणा हुई ....2 रुपये में अनलिमिटेड ब्रेकफास्ट ....सब लोग खा कर आराम से बैठ गए... वहां दूसरी घोषणा हुई1 रुपये में अनलिमिटेड लंच ....सब लोगों के साथ और लोग भी वहां पहुंचे पूरा हॉल एकदम फुलसब लोगों ने भरपेट खायाशाम को.... वहां तीसरी घोषणा हुई50 पैसे में अनलिमिटेड डिनर ....पूरा गांव आ गया.. सब लोगो ने एक साथ भर पेट खाना खाया...तभी फिरसे घोषणा हुई..25 पैसे में अनलिमिटेड स्वीट डिशबस फिर तो आसपास के गॉवों के लोग भी टूट पड़ेअभी वो खा ही रहे थे .....तभी एक और घोषणा हुईहाजमोला की गोली🕳 99 रुपये मेंअभी लोगों ने गोलिया खरीदी ही थीतभी एक और जबरदस्त घोषणा हुईToilet जाने के 303 रूपये..Jio............ji............. jio
Tujh Se Nahi Waqt Se Naraz Hu Main
Jo Kabhi Tumko Mere Liye Nahi Milta…!!!
Ho Jaun Itna Madhosh Tere Pyar Mai
Ke Hosh Bhi Aane Ki Ijaazat Maange..