आपकी वफ़ा हमेशा मुझपर उधार रहेगीमेरी ज़िंदगी आपकी मुस्कुराहट पर निसार रहेगीदिया है आपने इतना प्यार मुझेकी मर कर भी मेरी ज़िंदगी आपकी कर्ज़दार रहेगी
आपकी वफ़ा हमेशा मुझपर उधार रहेगी
मेरी ज़िंदगी आपकी मुस्कुराहट पर निसार रहेगी
दिया है आपने इतना प्यार मुझे
की मर कर भी मेरी ज़िंदगी आपकी कर्ज़दार रहेगी
तकदीर के हाथों खुद को में जोड़ना नहीं चाहता,
मेरे दो हाथो का होसला में तोडना नहीं चाहता,
मौसम की तरह बदल जाती ये हाथो की लकीरें,
बंद मुट्ठी मेरी हरगिज़ मैं खोलना नहीं चाहता।
तेरे इश्क़ में इस तरह मैं नीलाम हो जाओआखरी हो मेरी बोली और मैं तेरे नाम हो जाऊ
मेरे-तेरे इश्क़ की छाँव में… जल-जलकर!
काला ना पड़ जाऊ कहीं !
तू मुझे हुस्न की धुप का
एक टुकड़ा दे…!