कायर व्यक्ति अपने मृत्यु से पहले कई बार मरता हैं औरशूरवीर मृत्यु का स्वाद केवल एक बार ही चखते हैं.
कायर व्यक्ति अपने मृत्यु से पहले कई बार मरता हैं और
शूरवीर मृत्यु का स्वाद केवल एक बार ही चखते हैं.
ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा,
सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.
एक आस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम,एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा ख़याल और बस तुम,एक बात, एक शाम, तुम्हारा साथ और बस तुम,एक दुआ, एक फ़रियाद, तुम्हारी याद और बस तुम,मेरा जूनून, मेरा सुकून बस तुम और बस तुम
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है
ज्ञानी इंसान कभी घमण्ड नहीं करता
और जिसे घमंड होता है ज्ञान उससे कोसों दूर रहता है