“योग से बड़ा कोई ऐश्वर्य नहीं,
योग से बड़ी कोई सफलता नहीं,
योग से बड़ी कोई उपलब्धि नहीं।”
बुजदिल हैं वो लोग जो मुहब्बत नहीं करते
जिगर चाहिए खुद को बर्बाद करने के लिए
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए,
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए|
पाप एक प्रकार का अँधेरा है,
जो ज्ञान का प्रकाश होते ही मिट जाता है
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती