किसी के पैरों में गिरकर प्रतिष्ठा पाने के बदलेअपने पैरों पर चलकर कुछ बनने की ठान लो
किसी के पैरों में गिरकर प्रतिष्ठा पाने के बदले
अपने पैरों पर चलकर कुछ बनने की ठान लो
मदद करना सीखिये
फायदे के बगैर
मिलना जुलना सीखिये
मतलब के बगैर
जिन्दगी जीना सीखिये
दिखावे के बगैर
और
मुस्कुराना सीखिये
सेल्फी के बगैर!
ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा,
सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.
As a teenager you are at the last stage in your life when you will be happy to hear that the phone is for you.
in your life when you will be happy to
hear that the phone is for you.
एक आस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम,एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा ख़याल और बस तुम,एक बात, एक शाम, तुम्हारा साथ और बस तुम,एक दुआ, एक फ़रियाद, तुम्हारी याद और बस तुम,मेरा जूनून, मेरा सुकून बस तुम और बस तुम