थोड़ा संभल कर चलते है,थोड़ा लापरवाह हो जाते है,डरते थे जिस राह, जाने में,उसी सफ़र में खो जाते है l
मेरे अश्को से तू अपना दामन साफ कर ,
अकेले तड़पता हूँ ऐ खुदा इन्साफ कर ,
उनकी बेवफाई में कुछ राज छुपा है ,
मेरे खुदा तू उनके हर गुनाह माफ़ कर .
क्यूँ किसी की यादों को सोच कर रोया जाए,
क्यूँ किसी के ख्यालों में यूँ खोया जाए,
बाहर मौसम बहुत ख़राब हैं,
क्यूँ न रजाई तानकर सोया जाए...
Pyar karna koi gunah nhi hota
pyar se pyara koi jzba nhi hota
Pyar ka rista isliye 6upana padta he
Kyuki sacchha pyar logo se bardasht nhi hota..
Yaado k jungle me tab tak firta hu
Jab tak pair lahu luhan nahi ho jate..