"उनकी नज़र में, मैं कभी बड़ा ना पाया,माँ तुमने आज तक मेरी उम्र ना बढ़ने दी l"
ज़िन्दगी का अनुभव थोड़ा कच्चा है,जितना समय गुज़र गया.. अच्छा है,अपना घरौंदा ख़ुशी से चहके सदा,हम बड़े हो गए पर दिल तो बच्चा है।
इश्क का होना भी लाजमी है शायरी के लिये..कलम लिखती तो दफ्तर का बाबू भी ग़ालिब होता।
हम दिलफेक आशिक़ हर काम में कमाल कर दे,जो वादा करे वो पूरा हर हाल में कर दे,क्या जरुरत है लड़कियों को लिपस्टिक लगाने की,हम चूम-चूम के ही होंठ लाल कर दें….
हम दिलफेक आशिक़ हर काम में कमाल कर दे,
जो वादा करे वो पूरा हर हाल में कर दे,
क्या जरुरत है लड़कियों को लिपस्टिक लगाने की,
हम चूम-चूम के ही होंठ लाल कर दें….
दिल में क्या फूल खिला करते थे,
अपना घर सजाने की खातिर,
हम उसका नाम लिखा करते थे,
कल उसे देखा तो याद आया
हम भी कभी मोहब्बत किया करते थे!!