कृपया मज़ाक ना करे सीरियस ले
यह कोरोना वायरस है राहुल गाँधी नहीं ....
हम तो अकेले ही चले थे मंजिले सफर
लड़कियां मिलती रही शादियां होती गई।
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कबीर बेदी
संता – भाई आज तो गज़ब हो गया
बंता – लॉटरी लग गयी क्या पाजी
संता – ओये नहीं मैं बस में बैठा था
तभी एक आदमी आया और साले ने
फोन में राष्ट्रगान चला दिया
बंता – फिर ?
संता – फिर क्या राष्ट्रगान सुनते ही
मैं खड़ा हो गया और
वो कमीना मेरी सीट पर बैठ गया
लड़की(रोते हुए) – मैं तो बरबाद हो गई
लड़का – अरे जानेमन हुआ क्या ?
लड़की – मेरे पापा ने मेरी शादी तय कर दी
लड़का – धत तेरे की,, अब हम क्या करेंगे
लड़की – तुम कुछ करो ना ?
लड़का –ठीक है मैं आज ही अपने लिए नई लड़की ढूंढ़ता हूँ
फिर दे लात दे घूंसा
वैलेंटाइन डे के पहले दिन गिफ्ट शॉप पर वकील साहब मिल गए.
वो 40 कार्ड ले रहे थे । सब पर उन्होंने भेजने वाले की जगह लिखा-
तुम्हारी जान!! पहचान गए ना ? शाम को मिलो। लव यू ।
पूछने पर बताया- पिछले वैलेंटाइन डे पर आस पास की कालोनी में ऐसे ही 20 कार्ड भेजे थे.
कुछ ही दिन में तलाक के चार केस मिल गए थे । इस बार 40 कार्ड भेज रहा हूँ ।
धन्धे में सब जायज है ।
स्मार्ट वकील!