जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकी है
जिंदगी के कई इम्तेहान अभी बाकी है
अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीं हमने
अभी तो सारा आसमान बाकी है…
ना छेड़ किस्सा ए उल्फत ,
बड़ी लम्बी कहानी है ।।
मैं जमाने से नहीं हारा ,
बस किसी की बात मानी है…..
पुराना साल सबसे अब हो रहा हैं दूर,क्या करे यही हैं,. कुदरत का दस्तूर,बीती यादें सोचकर उदास ना हो तुम,करो खुशियों के साथ नए साल को मंजूर
नया साल तहे दिल से मुबारक हो
उनसे बात करके जिस कदर दिल को चैन आता है,
इतना असर तो की दवा भी नही दिखा पाता है