हार गए अगर इस दुनियादारी से
तो चलो बाबा के धाम चलते है
किस्मत जहाँ हर हारे की
बाबा महाकाल बदलते है
जय महाकाल
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!
बाबा ने जिस पर भी डाली छाया
रातो रात उसकी किस्मत की पलट गई छाया
वो सब मिला उसे बिन मांगे ही
जो कभी किसी ने ना पाया
शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
आज है महाशिवरात्रि
करिये भोले भंडारी का जाप
उनके जाप से धुलते हैं सारे पाप
महाशिवरात्रि की शुभकामनायें...
ज़िन्दगी जब भी मुझे लगा मैंने तुझे पढ़ लिया,लेकिन न जाने क्यों कम्बख़्त तूने एक और पन्ना खोल दिया
ज़िन्दगी जब भी मुझे लगा मैंने तुझे पढ़ लिया,
लेकिन न जाने क्यों कम्बख़्त तूने एक और पन्ना खोल दिया