Barsat mein hum pani bankar baras jayenge patjhar mein ham phol bankar jhad jayenge kia hua jo aaj aap ko tang karte hain. ek din aapko bin bataye hi chalay jayenge.
खुद की पर्वा किए बिना दिन रात अन्न उपजाता है, सलाम है इस धरती माँ के पुत्र को जिसके कारण हमारा जीवन मुस्काता है।
छत टपकती हैं, .. उसके कच्चे घर की……
फिर भी वो किसान करता हैं दुआ बारिश की..
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
अपनी कमियाँ पूरी दुनिया से छिपाइए,
लेकिन अपनी कमियाँ कभी खुद से मत छिपाइए
अपनी कमियाँ खुद से छिपाने का मतलब होता है,
अपने आप को खुद बर्बाद करना
जिनका कद ऊँचा होता है
वो दूसरों से झुक कर ही बात करते हैं