ख्वायिश ऐ ज़िन्दगी बस इतनी सी है कि
साथ तुम्हारा हो और ज़िन्दगी कभी खत्म ना हो
शादी की सालगिरह मुबारक हो |
बुराई को देखना और सुनना ही
बुराई की शुरुआत है
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
क्रोध हवा का वह झोंका है
जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है
रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो उन्हें
तोड़ना मत क्योंकि पानी चाहे
कतना भी गंदा हो अगर
प्यास नहीं बुझा सकता
पर आग तो बुझा सकता है
परिश्रम की मिशाल हैं, जिस पर कर्जो के निशान हैं,
घर चलाने में खुद को मिटा दिया, और कोई नही वह किसान हैं