दस्तक दी, किसी ने कहा सपने लाया हूँ,
खुश रहो आप हमेशा, इतनी दुआ लाया हूँ
नाम है मेरा संदेश,
आपको “हेप्पी लोहड़ी” विश करने आया हूँ ।
कितने मूर्ख हैं
हम भगवान के बनाए फलों को भगवान को ही अर्पण करके धन दौलत माँगने लगते हैं
मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मांगना क्योकि…
मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का..!!
आकाश से ऊँचा कौन – पिता
धरती से बड़ा कौन – माता
किस लोभ से “किसान” आज भी, लेते नही विश्राम हैं,
घनघोर वर्षा में भी करते निरंतर काम हैं
शिक्षा के प्रति प्रत्येक किसान को जागरूक होना चाहिए तभी उनका जीवन बेहतर हो सकता हैं.