“जिंदगी आसान नहीं होती, इसे आसान बनाना पड़ता है…!
कुछ ‘अंदाज’ से, कुछ ‘नजर अंदाज ‘से.!”
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
खुद की पर्वा किए बिना दिन रात अन्न उपजाता है, सलाम है इस धरती माँ के पुत्र को जिसके कारण हमारा जीवन मुस्काता है।
छत टपकती हैं, .. उसके कच्चे घर की……
फिर भी वो किसान करता हैं दुआ बारिश की..
उम्मीद ऐसी हो जो मंजिल तक ले जाये,
मंजिल ऐसी ही जो जीना सिखलाये,
जीना ऐसा हो जो रिश्तों की कदर करे,
रिश्ते ऐसे हों जो याद करने को मजबूर करें।
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है