परिश्रम वह चाबी है
जो सौभाग्य के द्वार खोलती है
एक दिन सागर ने नदी से पुछा- कब तक मिलती रहोगी मुझ खारे पानी से।
नदी ने हस कर कहा – जब तक तुझमे मिठास न आ जाये।
वर्षों से दहलीज़ पर कड़ी वो मुस्कान है,
जो हमारे कानो में धीरे से कहती है,
“सब अच्छा होगा”
हँसता हुआ चेहरा आपकी शान बढ़ाता है मगर....
हँसकर किया हुआ कार्य आपकी पहचान बढ़ाता है
कौन कहता है कि
इंसान खाली हाथ आता है
और खाली हाथ जाता है ?
ऐसा नहीं है.,
इंसान भाग्य लेकर आता है
और
कर्म लेकर जाता है
🌹Life is very beautiful🌹
🌞 शुभ प्रभात 🌞