Mujhko Phir Wahi Suhana Najara Mil Gaya,
Inn Aankhon Ko Deedar Tumhara Mil Gaya,
Ab Kisi Aur Ki Tamanna Kyun Main Karu,
Jab Mujhe Tumhari Baahon Ka Sahara Mil Gaya.
Tum Mujhe Kabhi Dil Se Kabhi Aankhon Se Pukaaro,
Yeh Hontho Ke Takalluf Toh Zamaane Ke Liye Hain.
हमसफ़र खूबसूरत नहीं
बल्कि सच्चा होना चाहिए
हर विश्वास में विश्वास रहने दो,
जुबान पर मिठास रहने दो,
यही तो अंदाज़ है ज़िन्दगी का,
ना खुद रहो उदास, ना दूसरों को रहने दो…
एक आस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम,एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा ख़याल और बस तुम,एक बात, एक शाम, तुम्हारा साथ और बस तुम,एक दुआ, एक फ़रियाद, तुम्हारी याद और बस तुम,मेरा जूनून, मेरा सुकून बस तुम और बस तुम