हालचाल पूछने का जमाना गया साहिब,,
आदमी online दिख जाए तो समझ लेना
सब ठीक है..
भगवान हम सबको online रखें.....
गलती से पंखे का बटन क्या
दब गया...
....पूरा परिवार यूँ देखने लग
गया जैसे मैं कोई आतंकवादी
हूँ ..
तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो,प्यार का तालुक भी अजीब होता है,आंसू मेरे थे सिसक रहा था वो..
Ek Raat Hui Barsaat BahutMain Roya Saari Raat BahutHar Gham Tha Zamaane Ka LekinMain Tanha Tha Us Raat BahutPhir Aankh Se Ek Saawan BarsaJab Sehar Hui To Khyal AayaWoh Baadal Kitna Tanha ThaJo Barsa Saari Raat Bahut
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।