हालचाल पूछने का जमाना गया साहिब,,
आदमी online दिख जाए तो समझ लेना
सब ठीक है..
भगवान हम सबको online रखें.....
इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश हैना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है..
हम तो मुफ्त की सलाह दे कर बर्बाद हो गए;
अब तो आलम ऐसा है की मांगने पर भी खेरात नहीं देते…..
रब ना करे इश्क़ की कमी किसी को सताए ,प्यार करो उसी से जो तुम्हे दिल की बात बताये,प्यार करने से पेहले ये कसम जरूर लेना,की हे खुदा, आखरी साँस तक हम इस प्यार को निभाए.
गलती से पंखे का बटन क्या
दब गया...
....पूरा परिवार यूँ देखने लग
गया जैसे मैं कोई आतंकवादी
हूँ ..