नीम के पेड़ को अगर दूध और घी से भी सींचा जाये
तो भी नीम का वृक्ष मीठा नहीं हो जाता,
उसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति को कितना भी ज्ञान दे दो
वो अपनी दुष्टता नहीं त्यागता..
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए,
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए|
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
दुनिया में सब चीज मिल जाती है,….
केवल अपनी गलती नहीं मिलती…..