उमीद तो हमने ये की थी,
में राँझा तेरा तू मेरी हीर बने,
पर शायद खुद को ये मंज़ूर न था,
की तू मेरी तकदीर बने!
कोई मिला नहीं तुम जैसा आज तक,पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही
बात वफ़ाओ की होती, तो कभी न हारते,
बात नसीब की थी, कुछ ना कर सके।
अगर आपकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और उसके बाद भी आपने अपने फोन में रोमांटिक गाने भर रखे है तो आप गज़ब वाले आशावादी इंसान है
ऑपरेशन टेबल पर लेटा हुआ मरीज़ :डॉक्टर साहब, हॉस्पिटल में कब तक रुकना पड़ेगा ?डॉक्टर : ऑपरेशन ठीक हुआ तो एक सप्ताह…नहीं तो आधा घण्टा !!