बारिश की बूंदों में झलकती है उसकी तसवीरआज फिर भीग बैठे उससे पाने की चाहत में...
पूछते हैं मुझसे की शायरी लिखते हो क्यों,
लगता है जैसे आईना देखा नहीं कभी।
ज़िन्दगी में बार बार सहारा नहीं मिलता,
बार-बार कोई प्यार से प्यारा नहीं मिलता,
हे जो पास उसे संभाल के रखना,
खो कर वो कभी दुबारा नहीं मिलत
Mujhe Baahon Mein Bikhar Jaane Do
Apni Mushkabaar Saason Se Mehek Jaane Do,
Dil Machalta Hai Aur Saans Rukti Hai
Ab Toh Seene Mein Aaj Mujhe Utar Aane Do!!!
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद..दूसरा सपना देखने के हौसले को 'ज़िंदगी' कहते हैं..