इश्क़ वही है जो हो एकतरफा हो
इज़हार-ऐ-इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है
है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो ज़ुबान से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है
इन अश्कों की आंखों से जुदाई कर देना,
अपने दिल से सारे गमो की जुदाई कर देना,
अगर फिर भी दिल न लगे जाने वफ़ा,
तो आकर मेरे घर की सफाई कर देना।
GST के विरोध मे हड़ताल कर रहे व्यापारियो को पता होना चाहिए की ,फूफा के रूठने से ब्याह नही रूका करते..
सृष्टि का एक नियम हैं
जो बांटोंगे
वही आपके पास
बेहिसाब होगा
फिर वह चाहे
धन हो , अन्न हो
सम्मान हो , अपमान हो
नफरत हो
या
प्रेम
सु-प्रभात
लड़का :- मैं तुम्हारे साथ शादी नही कर सकता. घर वाले नही मान रहे.लड़की: तुम्हारे घर में कौन कौन है.लड़का: एक बीवी और 2 बच्चे.