There comes a time when you have to choose between turning the page and closing the book.
मुझे भी जरुरुत है तेरी बाहो की।दुनिया के वजूद और दुनिया के रास्ते बहुत कमजोर है.
जिसकी नीति अच्छी होगी,
उसकी हमेशा उन्नत होगी,
“मैं श्रेष्ट हूँ”… यह आत्मविश्वास है,
लेकिन
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ट हूँ”…यह अहंकार है।
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है
प्यार में दुनियाँ खुबसूरत लगती है,
दर्द में दुनियाँ दुश्मन लगती है।
तुम जेसे दोस्त जिन्दगी में हो तो,
"बिसलेरी" भी
साली "किंगफिशर" लगती है...
😂😂😂😂