अगर ड्रग्स पर 'उड़ता पंजाब' बनाई है तोखैनी पर 'रगड़ता बिहार'गुटखे पर 'थूकता उत्तरप्रदेश'दारू पर 'लुढ़कता हरियाणा'सिगरेट पर 'फूंकती दिल्ली'अफीम पर 'चिलमता हिमाचल'भी बना डालो बे..
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो;मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो;मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है जमाना;मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो।
दोस्त बनकर भी वो नहीं साथ निभानेवाला,
वही अंदाज़ है उस ज़ालिम का ज़माने वाला।
Majburiya hoti hai sirf mahaan logo ke Jeevan MeinNahi to Ram Vanvaas MeinKrishna karaavaas MeinaurMai office Mein kyo baithta...
न मेरा एक होगा , न तेरा लाख होगा,
तारिफ तेरी ,न मेरा मजाक होगा,
गुरुर न कर शाह-ए-शरीर का,
मेरा भी खाक होगा , तेरा भी खाक होगा