महिला: भैया सही रेट लगाओ हम
हमेशा यही से सामान ले जाते है
दुकानदार:भगवान से डरो बहनजी अभी
कल ही इस दुकान की ओपनिंग हुई है|
चिराग कोई जलाओ की हो वजूद का एहसास,
इन अँधेरों में मेरा साया भी छोड़ गया मुझको !!!
टीचर (स्टूडेंट से) : सेमेस्टर सिस्टम से क्या फायदा है, बताओ?स्टूडेंट : फायदा तो पता नहीं, पर बेइज्जती साल में दो बार हो जाती है|
आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है,न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है,यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का,उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है..
वह अपने करम उँगलियों पर गिनते हैं,
पर ज़ुल्म का क्या जिनके कुछ हिसाब नहीं
हम दूर तक यूँ ही नहीं पहुंचे ग़ालिब ,
कुछ लोग कन्धा देने आ गए थे...