तू मेरे दिल में ऐसे समाई है,तू मेरे दिल में ऐसे समाई है,जैसे बाजरे के खेत में भैस घुसी चली आई है|
आपने दिल का हाल बताना छोड़ दिया,हमने भी गहराई में जाना छोड़ दिया..!!अरे ये क्या ??होली से पहले ही आपने नहाना छोड़ दिया!!
सुनो आशिकों! दिल के मरीज के लिए चिकनाई मना है और तुम फिर से 'उनकी' चिकनी चुपड़ी बातों में आ रहे हो।
Aaj Ek Sweater Aur Pehen Lo,Aaj Ek Razai Aur Odh Lo,Aaj Ek Mufler Aur Lapet Lo,Aaj 2 Moze Aur Pehen Lo,Aaj Ek Kehwa Aur Pii Lo,Aaj Ek Heater Aur Chala Lo,Kya Pta. Kal Thand Ho Na Ho!
परेशानी का कोई पैमाना नही होता"साहब"..कुछ लोग तो यही सोचकर परेशान रहते हैये सामने वाला दिनभर मोबाइल में करता क्या है!