कही एक फ्लाईओवर भी बनता है तो 2 से 3 साल दिक्कत होती है|अभी तो देश बन रहा है|सब्र रखे
तुमको देखूं तो मुझे प्यार बहोत आता है
ज़िंदगी इतनी हसीन पहले तो नही लगती थी
इंसानी जिस्म में सैंकड़ों हैवान देखे हैं,
मैंने दिल में रंजिश रख महफ़िल में आये मेहमान देखे हैं|”
Hawao K Hath Arman Bheja Hai,
Network K Zriye Pegam Bheja Hai,
Furst Mile To Kabul Kr Lena,
‘Hamne’ Apko Sbse Pehle,
HOLI Ka RAM RAM Bheja
Happy Holi..
किसी की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल उस मक्खी की तरह हैजो सारे खूबसूरत जिस्म को छोडकर केवल जख्म पर ही बैठती है…
किसी की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल उस मक्खी की तरह है
जो सारे खूबसूरत जिस्म को छोडकर केवल जख्म पर ही बैठती है…