आज का सुविचार
भगवान जिसकी "मति" हर लेता है उसको "श्रीमति" दे देता है|
न चांद होगा ना तारे होंगे,क्या हम इस साल भी कुंवारे होंगे ,इस दुनिया में कितनों के निकाह हो गए ,क्या हमारे नसीब में सिर्फ निकाह के छुहारे होंगे।
ये मुहब्बत कब, किससे हो जाये इसका अंदाजा नहीं होता
ये वो घर है जिसका कोई दरवाजा नहीं होता
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते,लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है..दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।
संता पहली बार हवाई जहाज में गया
जैसे ही हवाई जहाज उड़ने को हुआ
एक खूबसूरत सी एयरहोस्टेस आयी
एयरहोस्टेस – कृपया सभी लोग
अपनी अपनी बेल्ट बाँध लें
संता – पर मैडम मैं तो
पजामा पहन के आया हूँ
मैं क्या करूँ