कुछ लोग इतने भयंकर कुँवारे होते है कि...ताश खेलते वक़्त भी " बेगम "नहीं आती...
परेशानी का कोई पैमाना नही होता"साहब"..कुछ लोग तो यही सोचकर परेशान रहते हैये सामने वाला दिनभर मोबाइल में करता क्या है!
अपनी कमियाँ पूरी दुनिया से छिपाइए,
लेकिन अपनी कमियाँ कभी खुद से मत छिपाइए
अपनी कमियाँ खुद से छिपाने का मतलब होता है,
अपने आप को खुद बर्बाद करना
हम तस्लीम करते हैं,
हमें फुर्सत नहीं मिलती,
मगर ये भी ज़रा सोचो,
तुम्हें जब याद करते हैं,
ज़माना भूल जाते हैं|
पत्नी – चलो उठो, चाय नास्ता बनाने जाओ…
पति उठकर सीधा बाहर जाने लगा…
पत्नी – कहा जा रहे हो ?
पति – वकील के पास, तुमसे तलाक लेने…
थोड़ी देर बाद पति वापस घर आया और चाय बनाने लगा…
पत्नी – क्या हुआ ?
पति – कुछ नहीं… वकील साहब पोछा लगा रहे थे…