एक बार एक पति ने भगवान से पूछा:
मेरी पत्नी क्यों उस गुलाब से प्यार करती है जो रोज मर जाता है,और मुझसे प्यार नहीं करती जिसके लिए मैं रोज मरता हूँ।
काफी देर सोचने के बाद भगवान ने जवाब दिया: 'मस्त है.. वॉट्सऐप पर डाल दे'
कि लोग अक्सर पूछते हैं मेरी खुशियों का राज
इजाजत दो तो आपका नाम बता दूँ
न सोचा मैंने आगे,
क्या होगा मेरा हशर,
तुझसे बिछड़ने का था,
मातम जैसा मंज़र!
माँ: सोफा लेटने के लिये नहीं बैठने के लिये होता है बेटाबेटा: हा तो चप्पल भी मारने के लिये नही पहनने के लिये होती है…..पड़ी एक और…
जब तक जिंदा हूँ मैसेज करता रहूँगा,
जिस दिन ना करूँ समझ लेना...
.
कि अगले दिन करूँगा।
और क्या....मार दो जालिमो अभी मेरी
ऊमर ही क्या हुई है जो मैं मरुँ?
😁😁