सुप्रभात.."नया सवेरा एक नयी किरन के साथ, नया दिन एक प्यारी सी मुस्कान के साथ"
वो अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतना;
वो किस-किस को भूल गया उसे यह भी याद नहीं।
आँधियो से कह दो की "औकात" में रहे,इस हफ्ते में तीसरा "कच्छा" गायब हुआ है...!!!
छोटी-छोटी बातें दिल में रखने से,
बड़े-बड़े रिश्ते कमज़ोर हो जाते हैं,
बड़ी सोच बड़ा दिल, ज़िन्दगी की हर सुबह खुशहाल बनाते हैं।
Dafan Karna Mujhe Apni Ankhon Me….
Ye Meri Aakhri Wasiyat Hai..!!