दुनिया में जितनी अच्छी बातें हैं…सब कही जा चुकी हैं…बस उन पर अमल करना बाकी रह गया है॥
बंता – तुम्हारी आँख क्यों सूजी हुई है ?
संता – कल में अपनी पत्नी के जन्मदिन पर केक ले आया था ।
बंता – तो इसका आँख सूजने से क्या संबंध ?
संता – मेरी पत्नी का नाम तपस्या है,
लेकिन केकवाले ने गलती से लिख दिया.
हेप्पी बर्थ डे समस्या…
आज एक स्वेटर और पहन लो,
आज एक रज़ाई और ओढ़ लो,
आज एक मफ़लर और लपेट लो,
आज दो मोज़े और पहन लो,
आज एक कहवा और पी लो,
आज एक हीटर और चला लो,
क्या पता…
कल ठण्ड हो न हो…!!!
Happy Winter
जिसकी नीति अच्छी होगी,
उसकी हमेशा उन्नत होगी,
“मैं श्रेष्ट हूँ”… यह आत्मविश्वास है,
लेकिन
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ट हूँ”…यह अहंकार है।
कौन कहता है माँ का कलेजा दुनिया में सबसे नरम है,मैंने बेटियों की विदाई में अक्सर पिता को टूटते देखा है।