एक दुखी पति की कलम से...
काश के शादी के लिए भी लोन
की सुविधा उपलब्ध होती
और
किश्तें
ना चुकाने की स्थिति में बैंक वाले
बीवी को जब्त कर लेते...
तेरे हर गम को अपनी रूह में उतार लूँ, ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ, मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी, सारी उम्र बस एक मुलाकात में गुज़ार लूँ।
सभी महिलाओं से अनुरोध:
कृपया 15 फरवरी तक अपने पतियो पर विशेष नजर रखे।
नही तो…
“नजर हटी सौतन पटी”
जनहित मे जारी!!
मुफ्त मे अहसान न लेना यारों ,,,
दिल अभी ओर भी सस्ते होंगे बाज़ार में …….!!!